Bihar Graduation 4 Year New Policy :- बिहार के सभी छात्रों के लिए सरकार की ओर से एक नई जानकारी सामने आई है। इसके मुताबिक अब बिहार में ग्रेजुएशन चार साल का होगा। इसके साथ ही अब ग्रेजुएशन में नामांकन की प्रक्रिया में भी बड़ा बदलाव किया गया है। इसको लेकर राजभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक हो चुकी है, जिसमें ग्रेजुएशन को लेकर यह अहम फैसला लिया गया है। साथ ही चार साल का कोर्स करने से विद्यार्थियों को काफी सहूलियत होगी।
Bihar Graduation 4 Year New Policy जिसके बारे में भी जानकारी दी गई है। तो अगर आप भी ग्रेजुएशन में दाखिला लेना चाहते हैं तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है, साथ ही कौन सा सत्र शुरू किया जाएगा, इसकी भी जानकारी दी गई है। तो अगर आप ग्रेजुएशन में दाखिला लेने की सोच रहे हैं तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें। इस पोस्ट में इससे जुडी सभी जानकारी दी गयी है. इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
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बिहार स्नातक 4 साल की नई नीति।
बिहार राज्य के विश्वविद्यालयों में इसी वर्ष से चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। इस कोर्स के लागू होने के बाद नामांकन की केंद्रीकृत रणनीति अपनाई जाएगी। नामांकन की केंद्रीकृत प्रणाली अगले सत्र से संकट के घेरे में आ जाएगी। इस सत्र में महाविद्यालय स्तर पर ही नामांकन किया जाएगा। गुरुवार को राजभवन में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। इस बैठक में राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपति, शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, सचिव वैद्यनाथ यादव, राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंगथू, उच्च शिक्षा परिषद के शैक्षणिक सलाहकार प्रो. एन.के. अग्रवाल मौजूद रहे।
Bihar Graduation 4 Year New Policy चार वर्षीय प्रारंभ पाठ्यक्रम इसी सत्र से शुरू होगा
बिहार में चार साल के कोर्स की बात करें तो इसी साल से विश्वविद्यालयों में यह शुरू हो जाएगा। गुरुवार को राजभवन में हुई उच्च स्तरीय बैठक में बिहार के विश्वविद्यालयों में सत्र 2023-27 से चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया गया है. प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रम निर्माण एवं विस्तृत पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा।
Bihar Graduation 4 Year New Policy This is how commencement will probably be studied in 4 12 months course
Bihar Graduation 4 Year New Policy के तहत चार वर्षीय सीबीसीएस पाठ्यक्रम का क्रियान्वयन अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप होगा। जो छात्र पहले साल यानी दो सेमेस्टर पास करने के बाद इस कोर्स को छोड़ना चाहते हैं, उन्हें यूजी सर्टिफिकेट मिलेगा, जो 40 क्रेडिट का होगा। लेकिन शायद ऐसी स्थिति होगी कि वे गर्मी के मौसम की यात्रा में 4 क्रेडिट का वोकेशनल कोर्स करें। इसी तरह 80 क्रेडिट के दूसरे साल यानी 4 सेमेस्टर कोर्स को छोड़कर उन्हें यूजी डिप्लोमा दिया जाएगा।
उसके साथ भी चार क्रेडिट समय का वोकेशनल कोर्स अनिवार्य होगा। बिहार स्नातक चतुर्थ वर्ष नई नीति तृतीय वर्ष अर्थात 120 क्रेडिट के 6 सेमेस्टर करने पर आपको यूजी डिप्लोमा मिलेगा, जो संभवत: प्रारंभ के बराबर होगा। चार साल यानी आठ सेमेस्टर पूरा होने पर 160 क्रेडिट का कोर्स पूरा करने पर यूजी डिप्लोमा (ऑनर्स) दिया जाएगा।
Benefits of “Four Year UG Degree Honors with Research” :-
बिहार ग्रेजुएशन 4 ईयर न्यू पॉलिसी ऐसे छात्रों को यह फायदा होगा कि वे 4 साल का कोर्स करने पर एक ही साल में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स पूरा कर सकेंगे। तीन साल में कोर्स करने वालों को दो साल में प्रकाशन स्नातक करना चाहिए। छात्र जब भी प्रथम, द्वितीय वर्ष में पाठ्यक्रम छोड़ना चाहेंगे, तो वे पाठ्यक्रम छोड़ने के तीन वर्ष के भीतर अगले वर्ष में पुन: नामांकन करा सकते हैं।
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